दुनिया को उपलब्ध होगी ‘मेड इन इंडिया’ चिप्स, लगेंगे 5 सेमीकंडक्टर प्लांट : कौटिल्य इकोनॉमिक कॉन्क्लेव में PM मोदी
3 months ago |

नई दिल्ली:

कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, आज भारत दुनिया की सबसे तेजी से आगे बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है. आज भारत जीडीपी के हिसाब से पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. हम ग्लोबल फिनटेक एडॉप्शन रेट के मामले में नंबर वन हैं. आज हम स्मार्टफोन डेटा कन्जम्शन के मामले में नंबर वन हैं. 

प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को इस सम्मेलन में कहा कि, भारत आज दुनिया के निवेशकों के लिए आकर्षक स्थल है, इसका कारण पिछले 10 साल में किए गए सुधार हैं. वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच भारत दुनिया में पांचवीं सबसे बड़ी जीडीपी के साथ सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है.

उन्होंने कहा कि, कारोबार करने को सरल बनाने के लिए अनुपालन बोझ को कम किया, कंपनी कानून के कई प्रावधानों को अपराध की श्रेणी से बाहर किया. हम पहले मोबाइल फोन का आयात करते थे, लेकिन आज 33 करोड़ से ज्यादा मोबाइल फोन भारत में बन रहे हैं. उन्होंने कहा कि, नौकरियां, कौशल, सतत विकास और निरंतर तेजी से विस्तार पर मोदी 3.0 का विशेष ध्यान है.

पीएम मोदी ने कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन में कहा कि भारत विकसित राष्ट्र बनने के लिए संरचनात्मक सुधार जारी रखेगा. एनडीए सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले तीन महीनों में 15 लाख करोड़ रुपये के निवेश से जुड़े फैसले लिए गए हैं. भारत वैश्विक नवोन्मेष सूचकांक में 81वें से 39वें स्थान पर पहुंच गया है, हम इससे और आगे जाने के लिए शोध को बढ़ावा दे रहे हैं.

भारत का विकास समावेशी

प्रधानमंत्री ने कहा कि, भारत स्पष्ट रूप से सही स्थान पर है. भारत मजबूत बुनियाद के आधार पर सतत रूप से उच्च वृद्धि के रास्ते पर, शीर्ष पर बने रहने के लिए मेहनत कर रहा है. भारत का विकास समावेशी है. 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आ गए हैं. सभी वैश्विक एजेंसियों ने भारत के लिए सात प्रतिशत से अधिक की विकास दर का अनुमान लगाया है. हमें इससे भी बेहतर प्रदर्शन का भरोसा है.

पीएम मोदी ने रूस-यूक्रेन और पश्चिम एशिया संघर्ष का जिक्र करते हुए कहा कि दुनिया के दो क्षेत्र भू-राजनीतिक तनाव का सामना कर रहे हैं. आज वैश्विक आपातकाल के बीच हम यहां ‘भारतीय युग’ के बारे में चर्चा कर रहे हैं… यह दर्शाता है कि दुनिया भारत पर कितना भरोसा करती है. 

पीएम मोदी ने कहा कि, ‘रिफार्म, परफार्म और ट्रांसफार्म’ हमारा मार्गदर्शक मंत्र है. जब लोगों के जीवन में बदलाव आता है, तो वे अपने देश पर विश्वास करने लगते हैं. यही बात उनके जनादेश में भी झलकती है. 140 करोड़ भारतीयों का आत्मविश्वास ही हमारी ताकत है. हम भारत की बेहतरी के लिए और अधिक संरचनात्मक सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. भारत दोपहिया और ट्रैक्टरों का सबसे बड़ा निर्माता है, और मोबाइल फोन का दूसरा सबसे बड़ा निर्माता है.

भारत को विकसित बनाने के लिए प्रतिबद्ध

पीएम मोदी ने कहा कि, हमारा कमिटमेंट है कि भारत को विकसित बनाने के लिए लगातार स्ट्रक्चरल रिफार्म करते रहेंगे. भारत में ग्रोथ के साथ इनकलूजन भी हो रहा है. इसी का परिणाम है कि पिछले 10 साल में 250 मिलियन… यानि 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं.

प्रधानमंत्री ने कहा कि वैश्विक नेता और वित्तीय विशेषज्ञ भारत की वृद्धि को लेकर आशावादी हैं. निवेशकों का मानना ​​है कि भारत में निवेश करने का यह सही समय है. यह कोई संयोग नहीं है, बल्कि यह पिछले एक दशक में भारत में हुए सुधारों का नतीजा है. हमने बीते दशक में इन्फ्रास्ट्रक्चर पर इन्वेस्टमेंट को अभूतपूर्व स्केल पर बढ़ाया है. भारत ने प्रोसेस रिफार्म को सरकार की कंटीन्युअस एक्टिविटीज का हिस्सा बनाया है. हमने 40 हजार से ज्यादा कॉम्प्लाइंसेज को खत्म किया, कंपनीज एक्ट को डिक्रिमनलाइज किया.

पीएम मोदी ने कहा कि, विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए हम पीएलआई (उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन) लाए. पीएलआई के कारण 1.25 लाख करोड़ रुपये का निवेश हुआ है. अंतरिक्ष क्षेत्र में अब 200 से अधिक स्टार्टअप हैं. भारत मोबाइल फोन के आयातक से उत्पादक बन गया है. भारत में हर क्षेत्र में निवेश के भरपूर अवसर हैं.

पीएम मोदी ने कहा कि, आज भारत का ध्यान एआई और सेमीकंडक्टर जैसी महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों पर केंद्रित है. जल्द ही भारत के पांच सेमीकंडक्टर प्लांट दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में लगाए जाएंगे और ‘मेड इन इंडिया’ चिप्स दुनिया को उपलब्ध हो जाएंगी. उन्होंने कहा कि, पीएम इंटर्नशिप स्कीम के तहत पहले दिन ही 111 कंपनियों ने पोर्टल पर रजिस्टर किया है. इस स्कीम के तहत हम एक करोड़ युवाओं को बड़ी कंपनियों में इंटर्नशिप में मदद कर रहे हैं. 

उन्होंने कहा कि, इस साल के बजट में हमने युवाओं के कौशल विकास और इंटर्नशिप के लिए विशेष पैकेज की घोषणा की है. पीएम इंटर्नशिप योजना के लिए पोर्टल पर 111 कंपनियों ने पंजीकरण कराया है. इस योजना का उद्देश्य युवाओं को कंपनियों में इंटर्नशिप दिलाने में मदद करना है. केवल 10 वर्षों में भारत ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स रैंकिंग में 81वें स्थान से 39वें स्थान पर पहुंच गया है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि, आज भारत सिर्फ शीर्ष पर पहुंचने के लिए ही प्रयास नहीं कर रहा है, बल्कि शीर्ष पर अपनी स्थिति को बनाए रखने के लिए भी प्रयास कर रहा है. हमारे लिए यह कॉन्क्लेव सिर्फ़ एक ‘डिबेट क्लब’ नहीं है. हम यहां से मिलने वाले सुझावों को गंभीरता से लेते हैं और नीति निर्माण के दौरान उन्हें लागू करने का प्रयास करते हैं. यह हमारे गर्वनेंस मॉडल का एक हिस्सा बन गया है.