Maroon Color Sadiya Song: मरून कलर सड़िया फेम जोड़ी का नया गाना तू अइला हमरा जिनगी में रिलीज
नई दिल्ली:
Maroon Color Sadiya Song fame Nirahua and Amrapali Dubey New Bhojpuri: मरून कलर सड़िया भोजपुरी सॉग्न ने यूट्यूब पर फैन्स का खूब दिल जीता. दिनेश लाल यादव निरहुआ और आम्रपाली दुबे की भोजपुरी फिल्म फसल का ये गाना यूट्यूब पर 175 मिलियन यानी 17.50 करोड़ व्यूज का आंकड़ा पार कर चुका है. लेकिन इसकी लोकप्रियता कम होने का नाम नहीं ले रही है. लेकिन इसी बीच भोजपुरी सिनेमा के जुबली स्टार निरहुआ और भोजपुरी की यूट्यूब क्वीन आम्रपाली दुबे का नया भोजपुरी सॉन्ग रिलीज हो गया है. ये भोजपुरी गाना भोजपुरी फिल्म माई से है. भोजपुरी सॉन्ग तू अइला हमरा जिनगी में, में भोजपुरी सिनेमा की इस सुपरहिट जोड़ी की बहुत ही प्यारी सी केमेस्ट्री देखने को मिल रही है.
मरून कलर सड़िया फेम जोड़ी निरहुआ और आम्रपाली दुबे का भोजपुरी सॉन्ग तू अइला हमरा जिनगी में भोजपुरी फिल्म माई: प्राइड ऑफ भोजपुरी से है. इस भोजपुरी सॉन्ग को वर्ल्डवाइड रिकार्ड्स भोजपुरी के यूट्यूब चैनल पर रिलीज किया गया है. इस गाने के वीडियो में दिखाया गया है कि दिनेश लाल यादव निरहुआ आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के साथ रहते हैं और साधारण जीवन जीते हैं. उन्हें देखकर आम्रपाली के दिल में प्यार उमड़ पड़ता ह. लेकिन आम्रपाली दुबे को यह नहीं पता है कि निरहुआ के असली हालात क्या हैं. इस भोजपुरी गाने में निरहुआ को लेकर आम्रपाली दुबे का एकतरफा प्यार नजर आ रहा है. इस भोजपुरी गाने के बोल भी काफी मजेदार हैं, ‘तू अइला हमरा जिनगी में बनके त्यौहार पिया, तू अइला हमरा जिनगी में बनके त्यौहार पिया, मनवा में लड्डू फूटत बा, जब से भईल बा प्यार पिया, तू अइला हमरा जिनगी में बनके त्यौहार पिया…’
तू अइला हमरा जिनगी में सॉन्ग रिलीज
निरहुआ और आम्रपाली दुबे के भोजपुरी सॉन्ग तू अइला हमरा जिनगी में को सिंगर स्निग्धा सरकार ने गाया है. इसके संगीतकार रजनीश मिश्रा हैं, इस गीत को गीतकार प्यारेलाल यादव कवि ने लिखा है. इस फिल्म के निर्माता ज्योति देशपांडे और निशांत उज्ज्वल हैं. फिल्म के निर्देशक रजनीश मिश्रा हैं. भोजपुरी फिल्म ‘माईः प्राइड ऑफ भोजपुरी’ ओटीटी प्लेटफॉर्म जियो सिनेमा पर रिलीज हुई है. इस फिल्म में एक बेटे के मां के प्रति समर्पण को बड़े ही मार्मिक और हृदयस्पर्शी रूप में दिखाया गया है. फिल्म में दिखाया गया है कि एक बेटा अपनी मां की खातिर ऐशो आराम की जिंदगी छोड़कर भिक्षुक का जीवन जीने लगता है. यह बहुत ही मर्मस्पर्शी फिल्म है, जो हर किसी को अपने आप से कनेक्ट करती है.